जिला जल एवं स्वच्छता मिशन की बैठक जिलाधिकारी मयूर दीक्षित की अध्यक्षता में जिला कार्यालय सभागार में सम्पन्न हुई।
बैठक में जिलाधिकारी ने पेयजल विभाग के अभियन्ताओं को निर्देश देते हुए कहा कि किसी भी योजना के निर्धारित अवधि से आठ-दस दिन का अतिरिक्त समय ले लें किन्तु पेयजल योजना के उपयोग में आने वाली वस्तुओं की गुणवत्ता से कोई समझाौता न करें।
उन्होंने पेयजल विभाग की सभी डिवीजनों की योजनाओं की समीक्षा की तथा आवश्यक दिशा निर्देश दिये।
जिलाधिकारी कहा कि जिन योजनाओं की कार्यपूर्ण होने की तिथि अगस्त तक है और यदि किसी कारणवश देरी हो गयी है तो ऐसे कार्य को प्राथमिकता देकर पूर्ण कर लें और यदि किसी भी योजना के पूर्ण होने में कोई समस्या आ रही हो तो इसकी भी जनकारी समय पर उपलब्ध कराये ताकि समस्या का समाधान किया जा सके।
जिलाधिकारी ने बैठक में निर्देश दिये कि यदि किसी पेयजल योजना के ईर्द-गिर्द अन्य निर्माण एजेन्सी द्वारा निर्माण के दौरान पेयजल लाईन को कोई क्षति पहुंची हो तो तत्काल सम्बन्धित विभाग से पत्र व्यवहार कर योजना को सुचारू करें।
बैठक में जिलाधिकारी ने सम्बन्धित विभाग के अभियन्ताओं से शासन स्तर को प्रेषित प्रकरणों पर कार्यवाही की भी जानकारी ली तथा प्राप्त निर्देशों का अनुपालन करने के निर्देश दिये।
उन्होने आपदाग्रस्त क्षेत्रों की क्षतिग्रस्त योजनाओं की भी जानकारी लेते हुये आवश्यक कार्यवाही करने के निर्देश दिये।
वहीं उन्होने कहा कि जल जीवन मिशन की योजना को ग्राम पंचायत के हवाले करते समय खुली बैठक कर पारदर्शिता के साथ कार्य करें।
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बैठक में मुख्य विकास अधिकारी डाँ अभिषेक त्रिपाठी, डीपीआरओ एम एम खान, अधिशासी अभियंता जल संस्थान टिहरी प्रशान्त भारद्धाज, देवप्रयाग नरेशपाल, ईई जल निगम जल निगम केएन सेमवाल सहित विभिन्न डिवीजनों के अभियन्ता उपस्थित थे।