उत्तराखंड के इस इंजीनियरिंग कॉलेज में छात्रों को मिल रहा ये अनोखा आदेश।
घुड़दौड़ी स्थित जीबी पंत इंजीनियरिंग में बाहरी स्टाफ की हड़ताल का असर अब यहां के छात्रों पर भी पड़ रहा है।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार यह जानकरी मिल रही है कि यहां
कर्मचारियों ने पिछले शनिवार से कार्य बहिष्कार शुरू कर दिया।
बताया यह जा रहा है कि कार्य बहिष्कार में 204 कर्मी शामिल है।
संविदाकर्मियों कहना है कि वे आउटसोर्स करने वाली एजेंसी के साथ काम नही करेंगे।
जिसका मुख्य आधार उन्होंने उनको मिलने वाला वेतन है।
जिसको लेकर उनका यह रूख सामने आया है अब उन्हें इसके तहत कम मानदेय मिलेगा।
जिसका वो विरोध कर रहे है।
दूसरी ओर, कॉलेज के प्राचार्य ने रविवार को संस्थान में हड़ताल से उत्पन्न स्थिति का हवाला देते हुए आवास हॉल में रहने वाले सभी स्नातक छात्रों को एक सप्ताह के लिए या स्थिति रहने तक से पहले घर जाने का आदेश दिया है।
ताजा मामले के अनुसार मिल रही जानकरी के अनुसार यहाँ पर
आउटसोर्सिंग एजेंसियों में काम के विरोध में लगभग 204 संविदा कर्मचारियों ने पिछले शनिवार से जीबी पंत घुड़दौड़ी इंजीनियरिंग कॉलेज में काम का बहिष्कार शुरू कर दिया है।
कर्मचारियों के बहिष्कार का प्रभाव अब प्रबंधन, सुरक्षा कर्मियों और चौकीदारों के साथ-साथ विभिन्न विभागों के कर्मचारियों पर भी पड़ता दिखा है।
इस वजह से संस्थान में उत्पन्न होने वाली स्थितियों को लेकर चिंताएं हैं बढ़ गयी है।
वही हड़ताल में शरीक होने वाले संविदा कर्मचारियों ने कहा कि उनकी मासिक फीस यानी कि तनख्वाह इस व्यवस्था के तहत कम कर दी गई है।
संस्थान के प्रभारी निदेशक प्रोफेसर बी.एन. के आदेशानुसार उनका कहना है कि उनकी मांगों को लेकर संस्थान के कई कर्मी फिलहाल कार्य बहिष्कार कर रहे हैं.
इससे संस्थान में स्वच्छता, सुरक्षा आदि के मामले में गड़बड़ी पैदा हो सकती है।
परिणामस्वरूप, स्नातक छात्रों को एक सप्ताह के लिए या अग्रिम आदेश द्वारा छुट्टी पर भेजने का निर्णय लिया गया।
पूरी कहानी इंजीनियरिंग कॉलेज जीबी पंत घुड़दौड़ी की है, जिसके छात्रों को हॉस्टल छोड़ने का आदेश दिया गया था।