khabaruttrakhand
उत्तराखंडआकस्मिक समाचारदिन की कहानीदेहरादूनविशेष कवरस्वास्थ्य

एम्स में मधुमेह रोग पर छह दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम -ट्रेनिंग प्रोग्राम में उत्तराखंड, कलकत्ता, राजस्थान, दिल्ली की नर्सेस व डायटीशियन कर रहे प्रतिभाग।

प्रतिभागियों को बताई गई मधुमेह रोगियों को होने वाली दिक्कतें
-एम्स में मधुमेह रोग पर छह दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम
-ट्रेनिंग प्रोग्राम में उत्तराखंड, कलकत्ता, राजस्थान, दिल्ली की नर्सेस व डायटीशियन कर रहे प्रतिभाग।

एम्स,ऋषिकेश में कार्यकारी निदेशक प्रोफेसर (डॉ.) मीनू सिंह की देखरेख में आयोजित छठे डायबिटिज एजुकेशन ट्रेनिंग प्रोग्राम के तहत विशेषज्ञ चिकित्सकों ने मधुमेह रोगियों को होने वाली दिक्कतों पर व्याख्यानमाला प्रस्तुत की गई।
जिसके माध्यम से प्रशिक्षणार्थियों को डायबिटीज से ग्रसित मरीजों की सहायता संबंधी जानकारियां दी गई।

Advertisement

आयोजित प्रशिक्षण कार्यशाला में डॉ. संतोष कुमार ने मधुमेह से ग्रसित मरीजों को होने वाली मानसिक दिक्कतों से प्रतिभागियों को अवगत कराया।
यहां उन्होंने बताया कि हमें मरीजों को सिर्फ दवा से ठीक ही नहीं करना है बल्कि स्वयं को मरीज की जगह रखकर सोचने और इस लिहाज से उन्हें बेहतर से बेहतर उपचार उपलब्ध कराना है।

डॉ. वैंकटेश पई ने मधुमेह ग्रसित मरीजों को होने वाले दर्द और उसके निवारण संबंधी जानकारियां दी।
डॉ. मुकेश बैरवा ने प्रतिभागियों को मधुमेह में होने वाली जटिलताओं के बारे में बताया व अस्पताल में भर्ती होने पर मरीज को दिए जाने वाले आवश्यक उपचार संबंधी जानकारियां दी।
डॉ. राजेश कुमार ने ग्रसित मरीजों को होने वाली विभिन्न तरह की मानसिक बीमारियों पर चर्चा की।

Advertisement

डॉ. बैल्सी ने मरीजों की काउंसलिंग व काउसलिंग के लिए किस तरह के गुण होने चाहिंए जिससे हम उन्हें बेहतर सलाह दे पाएं आदि बिंदुओं से अवगत कराया।
डॉ. प्रसूना जैली ने गर्भावस्था में होने वाले मधुमेह को किस तरह सक कंट्रोल किया जा सकता है। दीपिका चौहान ने हेल्थ केयर प्रोफेशनल्स के लिए भारत व दुनिया के देशों में डायबिटिक काउंसर के कोर्सेस व ट्रेंड डायबिटिक काउंसलर बनने के गुर सिखाए।
इस अवसर पर प्रशिक्षणार्थियों ने एंडोक्राइन लैब व गेट लैब का अवलोकन किया और मधुमेह ग्रसित रोगियों को प्रयोगशालाओं के माध्यम से मिलने वाली गेट थेरेपी के उपयोग व सहायता, पीड़ित मरीजों के पैरों में होने वाले जख्मों की नई तकनीकियों की सहायता से बचाव संबंधी जानकारियां हासिल की।

Advertisement

Related posts

बढ़ती गर्मी के चलते प्राकृतिक जल स्रोतों में पानी कम होने/सूखने के कारण ग्रामीण/शहरी क्षेत्रों में नियमित पेयजल संबंधी समस्याओं के त्वरित समाधान हेतु सीडीओ को ग्रामीण क्षेत्रों हेतु तथा एडीएम को शहरी क्षेत्रों हेतु ओवरऑल नोडल अधिकारी किया गया नामित।

khabaruttrakhand

ब्रेकिंग:-नैनीताल हल्द्वानी मार्ग ज्योलीकोट के पास सड़क पर गिरा पेड़ मार्ग हुआ अवरुद्ध।

khabaruttrakhand

कुमाऊँ मंडल आयुक्त दीपक रावत ने वीडियो कांफ्रेसिंग के माध्यम से मंडल के जिला अधिकारियों से की वार्ता।

khabaruttrakhand

Leave a Comment

Verified by MonsterInsights