– नर्सिंग के बिना अधूरी हैं स्वास्थ्य सेवाएं
– एम्स में मनाया जा रहा नर्सिंग सप्ताह।
अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान, एम्स ऋषिकेश में सोमवार को अंतर्राष्ट्रीय नर्सिंग सप्ताह का शुभारंभ किया गया।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए वक्ताओं ने कहा कि चिकित्सा संस्थानों में रोगी का इलाज करने में नर्सों की विशेष भूमिका होती है और बेहतर स्वास्थ्य सेवा प्रदान करना नर्सिंग स्टाफ की पहली प्राथमिकता है।
6 मई से 12 मई तक मनाए जा रहे नर्सिंग सप्ताह के उद्घाटन कार्यक्रम के दौरान वक्ताओं ने नर्सिंग सेवा को टीम वर्क से की जाने वाली सबसे महत्वपूर्ण सेवा बताया।
इस कार्यक्रम का शुभारंभ प्रभारी डीन एकेडमिक प्रो. शैलेन्द्र हाण्डू, चिकित्सा अधीक्षक प्रो. संजीव कुमार मित्तल, उपनिदेशक प्रशासन ले. कर्नल अमित पराशर और मुख्य नर्सिंग अधिकारी रीटा शर्मा द्वारा संयुक्तरूप से किया गया। उल्लेखनीय है कि प्रत्येक वर्ष 12 मई को राष्ट्रीय नर्स दिवस मनाया जाता है। सोमवार को इस कार्यक्रम के तहत नर्सिंग सप्ताह का शुभारंभ किया गया।
मुख्य नर्सिंग अधिकारी रीटा शर्मा ने बताया कि संस्थान की कार्यकारी निदेशक प्रोफेसर (डॉ.) मीनू सिंह के मार्गदर्शन में आयोजित सप्ताहव्यापी कार्यक्रम के तहत इस वर्ष ’ अवर नर्सेज, अवर फ्यूचरः द इकोनॉमिक पावर ऑफ केयर’ थीम पर विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं।
कार्यक्रम को चिकित्सा अधीक्षक प्रो. संजीव कुमार मित्तल, प्रभारी डीन एकेडमिक प्रो. शैलेन्द्र हाण्डू, उपनिदेशक (प्रशासन) ले. कर्नल अमित पराशर आदि अतिथियों ने संबोधित किया। वक्ताओं ने नर्सिंग सप्ताह पर प्रकाश डालते हुए कहा कि नर्सिंग स्टाफ के बिना किसी भी अस्पताल में स्वास्थ्य सेवाओं की परिकल्पना नहीं की जा सकती है। नर्सिंग प्रोफेशनल्स अस्पताल में मरीजों के साथ एक अभिभावक की तरह कार्य करता है। नर्सों को हेल्थ केयर सिस्टम में रीढ़ बताते हुए वक्ताओें ने उन्हें समृद्धता का आधार बताया। कहा कि जब लोग स्वस्थ रहेंगे तो देश भी समृद्ध रहेगा और देश की आर्थिकी भी मजबूत होगी। वक्ताओं ने कहा कि नर्सिंग सेवा में मुस्कराहट के साथ हमेशा सकारात्मक सोच रखने से रोगी पर अनुकूल प्रभाव पड़ता है और वह स्वयं को स्वस्थ महसूस करता है।
इस दौरान चिकित्सा अधीक्षक प्रो. संजीव कुमार मित्तल ने बताया कि इस माह के अंतिम सप्ताह से नर्सिंग स्टाफ के लिए संस्थान में एक विशेष ट्रेनिंग प्रोग्राम शुरू किया जा रहा है। इस प्रशिक्षण कार्यक्रम के माध्यम से नर्सों को और अधिक व्यवहार कुशल बनाने हेतु प्रशिक्षित किया जाएगा। सोमवार को आयोजित कार्यक्रम में नर्सिंग सेवा के संस्थापक फ्लोरेंस नाइटिंगेल के जीवन पर भी प्रकाश डाला गया। इस अवसर पर नर्सिंग विभाग के तत्वावधान में संस्थान परिसर में अधिकारियों नर्सिंग स्टाफ द्वारा विभिन्न फलदार पौधे भी रोपे गए।
उधर, सोमवार को स्कूल हेल्थ एजुकेशन प्रोग्राम के तहत डीएनएस कमलेश और सोनिया रानी के नेतृत्व में नर्सिंग टीम ने केन्द्रीय विद्यालय, आईडीपीएल में स्कूली बच्चों को नर्सिंग प्रोफेशन व बेसिक लाईफ सपोर्ट तथा स्क्रीन एडिक्शन आदि के प्रति जागरूक किया गया।
कार्यक्रम के दौरान संस्थान के जनसंपर्क अधिकारी डॉ. नरेन्द्र कुमार, उप चिकित्सा अधीक्षक डॉ. यतिन तलवार, कॉलेज ऑफ नर्सिंग की फेकल्टी डॉ. जेवियर बेल्सियाल, डिप्टी नर्सिंग सुपरिटेंडेंट जीनू जैकब, पुष्पा रानी, जितेन्द वर्मा, वन्दना, निखिल बी, कमलेश चन्द्र बैरवा, ए.एन.एस सुरेश गाजी, एस.एन.ओ विश्वास, नरेश यादव सहित कई अन्य नर्सिंग अधिकारी व अन्य स्टाफ सदस्य मौजूद रहे।