उत्तराखंड सरकार द्वारा जो पहल धार्मिक पाठ्यक्रम को शिक्षा के क्षेत्र में लाने की योजना बनाई जा रही है। वो स्वागत योग्य है। नमन कृष्ण महाराज।
रिपोर्ट । ललित जोशी।
नव सांस्कृतिक सत्संग समिति के तत्वावधान में एक सप्ताह का श्री मद भागवत कथा पुराण आज हवन यज्ञ , कन्या पूजन , बिशाल भंडारे के साथ समाप्त हो गया।
इस दौरान नमन कृष्ण महाराज की 308 वी कथा पुराण उत्तराखंड की देव भूमि सरोवर नगरी नव सांस्कृतिक सत्संग मैदान में पूरी हो गई। भारत के दो राज्य अरुणाचल व नागालैंड, को छोड़कर सभी राज्यों में नमन महाराज ने अपने मुखारबिंद से कथा का श्रवण किया है।
इसके बाद उनकी कथा अल्मोड़ा जिले में होगी।
उन्होंने कहा उत्तराखंड सरकार द्वारा जो शिक्षा पर रमायण, उपनिषदों का पाठ्यक्रम करने की योजना बनाई जा रही है वह स्वागत योग्य है।
आज लोग अपने धर्म से हटकर कार्य कर रहे हैं। उन्होंने देश, प्रदेश, जिला व क्षेत्र वासियों से कहा ध्यान किसी एक रूप पर और लक्ष्य पर केंद्रित करेंगे तो जीवन में सफलता आसानी से मिल सकेगी।
नमन महाराज ने अपने आशीर्वाद वचन में कहा सद गृहस्थ के लिये अपने कर्तव्यों के निर्वहन के साथ ही प्रभु भक्ति का समन्वय करना ही श्रेष्ठ है। भोग बिलाश से मुक्त हो कर ही भगवान को समझा जा सकता है।
इस दौरान समिति अध्यक्ष खुशाल सिंह रावत ने कहा अगर प्रभु की कृपा रही तो हर वर्ष श्री मद भागवत कथा का आयोजन किया जायेगा।
उन्होंने महाराज नमन कृष्ण व उनकी टीम के साथ साथ सभी श्रद्धालुओं का धन्यवाद अदा किया। इस दौरान समिति के सभी सदस्य , महिलाएं, पुरुषों युवाओं ने बड़बड़ कर हिस्सा लिया।