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ब्रेकिंग:-जनधन खातों की संख्या में 8 साल में हो गया इतना इफाज़ा, इन खातों में जमा राशि के आंकड़े है चौंकाने वाले।

जनधन खातों की संख्या में 8 साल में हो गया इतना इफाज़ा, इन खातों में जमा राशि के आंकड़े है चौंकाने वाले।

नई दिल्ली:– मीडिया रिपोर्ट से मिल रही जानकारी के अनुसार जनधन योजना के जरिये हो रहे बदलाव एवं डिजिटल क्रंति ने देशभर में एक वित्तीय क्रांति पैदा कर दी है।
इस मामले में सोमवार को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने जानकारी साझा की है।

उन्होंने बताया कि अभी तक इस औपचारिक बैंकिंग प्रणाली में लगभग 50 करोड़ से अधिक लोगों को जोड़ दिया गया है।
वही अगर खाताधारकों द्वारा जमा की गई राशि की बात करें तो वह भी काफी खासा है जो करीब 2 लाख करोड़ रुपये से अधिक है।
वित्त मंत्री द्वारा यह जानकारी भी साझा की गई कि जनधन योजना के अंतर्गत 55.5 प्रतिशत खाते केवल महिलाओ द्वारा खोले गए हैं।

वही बात करें खातों के ग्रामीण या शहरी क्षेत्रों के प्रतिनिधित्व की तो 67 प्रतिशत खाते ग्रामीण या फिर अर्ध शहरी क्षेत्रों में खोले गए हैं।

यह जानकरी वित्त मंत्री ने जनधन योजना की 9वीं वर्षगांठ पर दी।
वही बताया जा रहा है कि इन खातों की संख्या जहां 2015 में 14.72 करोड़ थी वह अब बढ़कर 50.09 करोड़ हो गयी है और यह आंकड़ा 16 अगस्त 2023 तक का है।

वही इन खातों में लोगों द्वारा जहाँ मार्च 2015 तक 15,670 करोड़ रुपये जमा किये गए थे वहीँ अगर अब अगस्त 2023 की बात करें तो यह धनराशि बढकर 2.03 लाख करोड़ रुपये से अधिक हो गयी है।

जमा किये गए धनराशि के आंकड़ो में जमकर वृद्धि हुई है और यह 13 गुना बढ़ गयी है।
इस तरह से यह योजना एक वित्तीय समीकरण को बदलने वाली एक महत्वपूर्ण पहल के रूप में परिलक्षित होकर सामने आई है।
इसके नतीजे बेहतरीन है।

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