Haldwani: गिरफ्तारी के बाद नैनीताल जेल भेजे गए बनभूलपुरा उपद्रव के मुख्य साजिशकर्ता Abdul Malik अब चार दिन पुलिस कस्टडी में रहेगा। पुलिस ने सवालों की लिस्ट तैयार कर ली है। आठ फरवरी को हुई घटना और इसमें शामिल लोगों से जुड़ी हर कहानी का राज मलिक से उगलवाने की कोशिश होगी।
आठ फरवरी को बनभूलपुरा स्थित Malik के बगीचे में पुलिस, प्रशासन और नगर निगम की टीम सरकारी भूमि पर बने मदरसे और नमा जस्थल को ध्वस्त करने के लिए पहुंची थी। इस दौरान भारी भीड़ ने चारों तरफ से पथराव शुरू कर दिया। जगह-जगह आगजनी करते हुए बनभूलपुरा थाने को भी आग के हवाले कर दिया, जिसके बाद स्थिति को काबू करने के लिए रात में ही कर्फ्यू के आदेश जारी करने पड़े।
अगले दिन 19 नामजद और करीब पांच हजार अज्ञात के विरूद्ध तीन FIR दर्ज की गई। 82 लोग अब तक गिरफ्तार हो चुके हैं और पांच लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं, शनिवार को पुलिस ने मुख्य साजिशकर्ता Abdul Malik को भी दिल्ली से गिरफ्तार कर लिया था। जिसके बाद उसे नैनीताल जेल भेजा गया। SSP प्रहलाद नारायण मीणा ने बताया कि सोमवार को कोर्ट से Malik की चार दिन की रिमांड अवधि को मंजूर कर लिया गया है।
गिरफ्तारी के दिन छह घंटे हुई थी पूछताछ
शनिवार को गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने Malik से करीब छह घंटे तक सवाल किए थे। सूत्रों की मानें तो कई सवालों को लेकर उसने चुप्पी साध ली थी। जिसके बाद तय हुआ कि सोमवार को पुलिस रिमांड के लिए न्यायालय में प्रार्थनापत्र दाखिल किया जाएगा। आठ फरवरी को किसी को उम्मीद नहीं थी कि हालात इस तरह बिगड़ जाएंगे।
उपद्रवियों ने थाने में आगजनी करने के साथ दर्जनों दोपहिया समेत सरकारी वाहनों को भी जला डाला था। पत्थर और पेट्रोल बम बरसाए जा रहे थे। अतिक्रमण ध्वस्त करने के बाद टीम किसी तरह जान बचाकर बाहर निकली। हालात बता रहे थे कि हमला पूरी तरह सुनियोजित था।
ऐसे में Malik की संपत्ति कितनी है, Malik घटना के दिन कहां था, क्या उसने उपद्रव के लिए फंडिंग की, लोगों को उसने कैसे भड़काया आदि सवालों के जवाब मिलने अभी बाकी हैं। इन तमाम सवालों के जवाब अब मलिक को देने होंगे।
Malik के बेटे की तलाश अभी जारी
बनभूलपुरा प्रकरण में पुलिस ने Abdul Malik के बेटे मोईद को भी आरोपित बनाया था। वह वांछितों की सूची में शामिल है। पुलिस उसकी तलाश में जुटी है। SSP प्रहलाद नारायण मीणा ने बताया कि मोईद की तलाश जारी है। जल्द उसे भी पकड़ लिया जाएगा।