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कांवड़ यात्रा:-कांवड़ यात्रा को सुचारु एवं शांतिपूर्ण पूर्ण ढंग से संचालित कराने को लेकर जिलाधिकारी ने रविवार को अधिकारियों की ली महत्वपूर्ण बैठक।

जनपद में कांवड़ यात्रा को सुचारु एवं शांतिपूर्ण पूर्ण ढंग से संचालित कराने को लेकर जिलाधिकारी श्री अभिषेक रुहेला ने रविवार को अधिकारियों की एक महत्वपूर्ण बैठक ली।
बैठक में गंगोत्री मंदिर समिति के अध्यक्ष हरीश सेमवाल, सीडीओ गौरव कुमार, ईई लोनिवि प्रवीण कुश,ओसी बीआरओ वर्चुअल माध्यम से जुड़े रहे।
जिलाधिकारी ने कहा कि कांवड़ यात्रा प्रारम्भ होने वाली है जिसके लिये यात्रा रूटों पर यात्रा व्यवस्थाओं को चाक-चौबंद किया जाना हैं।
कोविडकाल के दो साल बाद कांवड़ यात्रा शुरू हो रही है इसलिए डाक कांवड़ का आवागमन अधिक होने की संभावनाओं को देखते हुए सुरक्षा व्यवस्था दुरुस्त रखी जाय।
कांवड़ यात्रा में सुरक्षा व्यवस्था को लेकर जिलाधिकारी ने यात्रा रूट पर बनाये जाने वाले चेक पेास्ट पर पर्याप्त पुलिस कर्मी की तेैनाती हो इसके लिए पुलिस प्रशासन को कहा गया उन्होंने कहा कि सम्बन्धित उपजिलाधिकारी इसके नोडल अधिकारी रहेंगे।
सुरक्षा के दृष्टिगत नेशनल हाइवे औऱ गोमुख पैदल रूट पर संभावित भूस्खलन वाले स्थानों पर कांवड़ यात्रियों को अकारण कतई न रुकने के निर्देश दिए गए। जिलाधिकारी ने बैठक में सड़क मार्ग पर चर्चा की जिसमें उन्होंने कहा कि अत्यधिक  बारिश होने पर गंगोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग पर चिन्हित सम्भावित भूस्खलन क्षेत्र में सड़क मार्ग अवरुद्ध होने की पूरी संभावना रहती है। इन स्थानों पर जेसीबी मशीन सहित सभी संसाधनों को बीआरओ तैनात रखेंगेे ताकि सड़क मार्ग अवरुद्ध होने पर तत्काल यातायात के लिये खोला जा सके।
जिलाधिकारी ने कहा कि यात्रा के दौरान यदि लगातार भारी वर्षा होती है तो ऐसी दशा में गोमुख जाने वाले कांवड़ियों को गंगोत्री में ही रोका जायेगा। इसके लिए उपनिदेशक गंगोत्री राष्ट्रीय पार्क को कहा गया तथा प्रति दिन निर्धारित 150 से अधिक कांवड़ यात्री गोमुख नहीं जाएंगे। बैठक में डीएफओ गंगोत्री नेशनल पार्क द्वारा बताया गया कि दुर्घटना की संभावनाओं को देखते हुए कांवड़ यात्रा के दौरान भोजवासा में लगाई गई ट्राली का उपयोग गोमुख जाने के लिए नही किया किया जाएगा। चूंकि गोमुख जाने का पैदल ट्रेक अलग से है,इसलिए ट्रॉली का उपयोग सिर्फ तपोवन जाने वाले पर्यटक ही कर सकेंगे। 

जिलाधिकारी ने इस बात का विशेष उल्लेख किया है कि सड़क मार्ग अवरुद्ध होने पर होटल, ढाबों के संचालकों द्वारा मनमानी रेट कांवड़ यात्रियों से लिये जाने पर विवाद होने की पूरी संभावना रहती है और यही विवाद का असली कारण भी होता है। इस पर अंकुश लगाने के लिए जिला पूर्ति अधिकारी को निर्देशित किया कि वे  होटल एवं ढाबों पर रेट लिस्ट लगवायें साथ ही समय- समय पर निरीक्षण भी करें। जिलाधिकारी ने कहा कि कांवड़ यात्रा के दौरान भैरवघाटी,धराली,झाला,डबरानी, पायलेट बाबा आश्रम (सैंज),मनेरी,हीना,देवीदार,नालूपानी आदि स्थानों पर भंडारे का आयोजन किया जाता है। भंडारे के आयोजन को लेकर सम्बंधित एसडीएम की अनुमति लेना आवश्यक है।
उन्होंने भण्डारा का आयोजन कराने वाले संगठनों/ लोगों की आईडी को चेक करने के निर्देश पुलिस प्रशासन और नोडल अधिकारी को दिये। साथ ही सम्बंधित एसडीएम को भंडारे आयोजन कराने वालों के नाम,फोन नम्बर की सूची आपदा कंट्रोल रूम को भी देने को कहा।
यात्रा रूट पर चिकित्सा व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश सीएमओ को दिए। एआरटीओ को निर्देश दिये गये कि वे जनपद की सीमा पर ओवरलोड वाहनों को रोके किसी भी हालत में ओवरलोड वाहन को आगे न जाने दें। जिलाधिकारी ने कहा कि जिस प्रकार चारधाम यात्रा व्यवस्थित ढंग से संचालित हो रही है उसी प्रकार कांवड़ यात्रा भी संचालित हो इसके लिये सभी अधिकारी तत्परता से कार्य करें।
इस दौरान साफ- सफाई,शौचालय, विद्युत,पेयजल आदि व्यवस्थाओं की तैयारियों के लिए सम्बंधित विभागों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिये गये।
जिलाधिकारी ने ईओ नगर पालिका बड़ाहाट,चिन्यालीसौड़,नगर पंचायत गंगोत्री और जिला पंचायत को निर्देशित किया है कि यात्रा मार्गों एवं मंदिर परिसर में स्वच्छता का विशेष ध्यान रखेंगे।
नियमित सफाई व्यवस्था बनाये रखेंगे। तथा सूखा व गीला कूड़े का निस्तारण करेंगे। जिलाधिकारी ने कहा कि स्वच्छता को लेकर उचित व्यवस्था सुनिश्चित की जाय साथ ही प्रत्येक भंडारे वाली जगह ब्लीचिंग पाउडर का भी छिड़काव करेंगे। सुरक्षा व्यवस्था के सम्बन्ध में पुलिस अधीक्षक अपर्ण यदुवंशी ने कहा कि पूरे यात्रा रूट को 06 सेक्टर में बांटा गया है जिसमें पर्याप्त पुलिस कर्मी तैनात रहेंगे। श्री गंगोत्री धाम में स्नानघाट पर किसी भी प्रकार की दुर्घटना न हो इसके पर्याप्त पुलिस की व्यवस्था सुनिश्चित की गई है।

बैठक में डीएफओ गंगोत्री नेशनल पार्क रंगनाथ पांडेय,सीएमओ डॉ केएस चौहान,एसडीएम चतर सिंह चौहान,मीनाक्षी पटवाल,सीएचओ डॉ रजनीश सिंह,एआरटीओ मुकेश सैनी,जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी देवेंद्र पटवाल,गंगोत्री मंदिर समिति के सचिव सुरेश सेमवाल, होटल एसोसिएशन के अध्यक्ष शैलेन्द्र मटूड़ा सहित अन्य उपस्थित रहे।

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