केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) ने घूसखोरी के मामले में गुरुवार को सख्त कार्रवाई की। एक तरफ Delhi के जामिया मिल्लिया इस्लामिया विश्वविद्यालय के प्रोफेसर समेत दो लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है। वहीं, दूसरी ओर नागपुर में पेट्रोलियम एवं विस्फोटक सुरक्षा संगठन (पीईएसओ) के दो अधिकारियों सहित चार लोगों को गिरफ्तार किया है।
दिल्ली में दो पर केस
पहली कार्रवाई के तहत, सीबीआई ने जामिया मिल्लिया इस्लामिया विश्वविद्यालय के प्रोफेसर खालिद मोइन और टेक्निकल प्रोजेक्ट्स कंसल्टेंट्स प्राइवेट लिमिटेड के निदेशक अमृत पॉल के खिलाफ कथित रिश्वतखोरी का मामला दर्ज किया है।
2.25 करोड़ रुपये नकद बरामद
वहीं, घूसखोरी के मामले में सीबीआई ने पेट्रोलियम एवं विस्फोटक सुरक्षा संगठन (पीईएसओ) के दो अधिकारियों सहित चार लोगों को गिरफ्तार किया है। उनके कब्जे से कुल 2.25 करोड़ रुपये नकद बरामद किए हैं। बता दें, जिन लोगों को गिरफ्तार किया है उनमें से नागपुर का रहने वाला प्रियदर्शन दिनकर देशपांडे और राजस्थान के चित्तौड़गढ़ जिले में स्थित सुपर शिवशक्ति केमिकल का निदेशक देवी सिंह कछवाहा शामिल हैं। इनके अलावा पीईएसओ के साथ काम करने वाले दो उप मुख्य नियंत्रकों को गिरफ्तार किया गया है।
ऐसे कसा शिकंजा
प्राथमिकी के अनुसार, मध्यस्थ के रूप में काम करने वाले देशपांडे ने पीईएसओ अधिकारियों को रिश्वत देकर कछवाहा की फर्म के लिए काम पाने की साजिश रची। सीबीआई ने बुधवार शाम को देशपांडे *और कछवाहा को यहां सेमिनरी हिल्स पर पीईएसओ कार्यालय के पास एक टाइपिंग की दुकान से कथित तौर पर 10 लाख रुपये नकद लेते हुए पकड़ा था। इसके बाद एजेंसी ने देशपांडे के आवास से कथित तौर पर 1.25 करोड़ रुपये और पीईएसओ के एक आरोपी अधिकारी के कार्यालय से 90 लाख रुपये बरामद किए।
आरोपी को गुरुवार शाम को अदालत में पेश किया जाएगा। अधिकारियों
ने बताया कि भ्रष्टाचार निरोधक कानून के तहत मामला दर्ज कर लिया गया है और सीबीआई के उप महानिरीक्षक सलीम खान के मार्गदर्शन में आगे की जांच जारी है।