Uttarakhand Uniform Civil Code: समापन परियोजित की अवधि 26 जनवरी को खत्म हो रही है, जिसके लिए समापन कमेटी को उम्मीद है कि वह अगले 1 से 2 दिनों के भीतर Uttarakhand सरकार को रिपोर्ट प्रस्तुत कर सकती है। यदि कमेटी अगले दो-तीन दिनों में अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत नहीं करती है, तो सरकार को कमेटी की अवधि को बढ़ाना होगा।
Uttarakhand के संसदीय कार्य और वित्त मंत्री प्रेमचंद अग्गरवाल ने इस मुद्दे के संबंध से एक विशेष बातचीत की। इस दौरान, उन्होंने बताया कि उम्मीद है कि कमेटी की रिपोर्ट अगले एक से दो दिनों में मिल सकती है। इसके बाद, सरकार यह निर्धारित करेगी कि इसके लिए क्या एक विशेष सत्र आयोजित किया जाएगा या यह आने वाले बजट सत्र में ही प्रस्तुत किया जाएगा। बता दें कि संविदानिक सिविल कोड के मसौदे तैयार करने के लिए बनाई गई विशेषज्ञ कमेटी की कार्यकाल को तीन बार बढ़ा दिया गया है।
सरकार ने Uttarakhand के बजट 2024-25 के लिए भी तैयारियों की शुरुआत की है। वित्त मंत्री ने बताया कि मुख्यमंत्री और वित्त मंत्री ने गढ़वाल में लोगों से संपर्क किया है। उनकी सुझावों को ध्यान में लिया जा रहा है। 4 फरवरी को कुमाऊँ में एक बजट संवाद आयोजित किया जा रहा है, जिसकी सुझावें भी बजट में शामिल की जाएंगी। वित्त मंत्री के अनुसार, यह उम्मीद है कि यह बजट सत्र गैरसैण में होगा। हालांकि, सरकार हवा की स्थिति को देखकर ही इस पर अंतिम निर्णय लेगी। उन विभागों के बजट को काटा जाएगा जिन्होंने बजट खर्च नहीं किया है।
इसके पूर्व में, Pushkar Singh Dhami ने आवश्यकता पूर्ण होने पर संविदानिक सिविल कोड को लागू करने की घोषणा की थी। संविदानिक सिविल कोड का मतलब सभी धर्मों के लिए समान कानून, अब प्रत्येक धर्म के पास अपना विधि है जिसके अनुसार वह काम करता है। वर्तमान में गोवा ही ऐसा राज्य है जहां इस कानून को लागू किया जा रहा है।