जनपद टिहरी के विभिन्न सरकारी स्कूलों में किचन एवं डाइनिंग शेड की सुविधा”
‘सरकारी स्कूल के बच्चे खाने का आनंद लेते भोजन कक्ष में।
जिलाधिकारी मयूर दीक्षित की सोच एवं पहल पर जनपद में शिक्षा के क्षेत्र में कई विकास के कार्य हो रहे हैं।
बच्चों की शिक्षा को लेकर जिलाधिकारी काफी गंभीर एवं संवेदनशील नजर आते हैं।
बच्चों को पढ़ाई से जोड़ने के लिए उनके द्वारा कोई कमी नहीं छोड़ी जा रही हैं।
सरकारी स्कूलों में प्राइवेट स्कूल की तर्ज पर सभी आवश्यक शिक्षा सुविधाएं मुहैया कराई जा रही हैं।
जिलाधिकारी के निर्देशन एवं मार्गदर्शन में जनपद के विभिन्न विकास खंडों की ग्राम पंचायतों में संचालित स्कूलों में मनरेगा एवं जिला खनिज न्यास मद के कन्वर्जन से किचन एवं डाइनिंग शेड बनाए जा रहे हैं, ताकि विद्यार्थियों का मनोबल बना रहे और उन्हें कोई असुविधा न हो।
बच्चों की शिक्षा के प्रति अभिरुचि बढ़ाने हेतु जिलाधिकारी की नीति का अंदाज इसी बात से लगाया जा सकता है कि उनके द्वारा जनपद मुख्यालय स्थित सौ साल से अधिक पुराने श्रीदेव सुमन राजकीय पुस्तकालय का जीर्णोद्धार करवाकर हाइटेक बनाया गया, जिसमें विद्यार्थियों की संख्या दिन प्रतिदिन बढ़ती ही जा रही है। इसके साथ ही प्रत्येक ब्लॉक में पुस्तकालय खोलने से लेकर जिला सेवायोजन कार्यालय के माध्यम से करियर काउंसलिंग कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं। उनके द्वारा शिक्षा की गुणवत्ता को लेकर नियमित बैठकें एवं मॉनिटरिंग की जा रही है, ताकि जनपद शिक्षा का हब बन सके।
जिला विकास अधिकारी मो. असलम ने बताया कि जिलाधिकारी के निर्देशन में मनरेगा एवं जिला खनिज न्यास मद से विकासखंड नरेंद्रनगर क्षेत्रांतर्गत रा.उ.प्रा.वि. आमपाटा, विकास खंड देवप्रयाग के रा.प्रा.वि. जामणीखाल व जनता जय भारत इं.कॉ. कनियाड़ी, विकास खंड जौनपुर के रा.प्रा.वि. किन्सु व रा.इं.कॉ. थत्यूड़, विकास खंड भिलंगना के रा.इं.कॉ. रगड़ी, रा.प्रा.वि. महरगांव व रा.प्रा.वि. मेंडू सिंदवाल गांव, विकास खंड जाखणीधार के रा.उ.प्रा.वि. गडोलिया, रा.इं.कॉ. मंदार व रा.इं.कॉ. सेमण्डीधार में तथा विकास खंड प्रतापनगर के रा.प्रा.वि. घंडियालगांव, रा.प्रा.वि. मोहल्या, रा.उ.प्रा.वि. पोखरी, रा.प्रा.वि. हलेथ, रा.प्रा.वि. खरौली व रा.उ.प्रा.वि. दीनगांव में किचन कम डाइनिंग शेड बनाए जा रहे हैं।
उन्होंने बताया कि उक्त सभी विद्यालयों में पूर्व में किचन /डाइनिंग शेड न होने के कारण बच्चे खुले में खाना खाने हेतु बाध्य थे। बारिश और धूप में उन्हें बहुत परेशानी होती थी ।
वहीं शिक्षा विभाग की समीक्षा बैठक में जिलाधिकारी ने शिक्षा विभाग द्वारा चिन्हित स्कूलों में किचन कम डाइनिंग शेड बनाए जाने हेतु एस्टीमेट तैयार करने के निर्देश दिए, जिसमें महात्मा गाँधी नरेगा और ज़िला खनिज न्यास से युगपितिकरण किया गया।
औसतन 5.84 लाख (महात्मा गाँधी नरेगा से 2.92 लाख व खनिज न्यास मद से 2.92 लाख) प्रति शेड की लागत से 19 चयनित स्कूलों में किचन कम डाइनिंग शेड के निर्माण हेतु एस्टीमेट बनाए गए, जिसमें से 17 स्कूलों में शेड निर्माण का कार्य प्रारम्भ हुआ।
इनमें से अधिकांश का कार्य लगभग पूर्ण हो चुका है और कई में बच्चे भोजन करना प्रारम्भ कर चुके हैं।