राम और भरत के आदर्श का अनुसरण करें मानव
श्री रामायण प्रचार समिति द्वारा आयोजित कथा के संतम दिवस पर तुलसी मानस मंदिर में तुलसीदास की जयंती पर आयोजित महोत्सव।
राम कथा मर्मज्ञ जगतगुरु उत्तराखंड पीठाधीश्वर स्वामी कृष्णाचार्य महाराज ने कहा कि आज समाज में कैकई के क्रोध और मंथरा के लोभ का अनुसरण तो हो रहा है मगर राम और भरत के आदर्श को कोई नहीं अपना रहा है।
उन्होंने कहां की यदि भगवान राम तथा भरत के आदर्श को कोई समाज अपना दे तो छोटे-बड़े का भेद स्वयं ही मिट जाएगा।
तुलसी मानस मंदिर में गोस्वामी तुलसीदास की जयंती महोत्सव के तहत श्री रामायण प्रचार समिति द्वारा आयोजित रामकथा के पंचम दिन कथा मर्मज्ञ कृष्णाचार्य महाराज ने भगवान राम की लीलाओं का सुंदर वर्णन किया ।
उन्होंने कहा कि आज समाज भगवान राम को तो मानता है मगर उनके द्वारा स्थापित परंपराओं से कन्नी काट रहा है जबकि आज भरत जैसे संतों की जरूरत है जब तक हम लोभ अंहकार व क्रोध का त्याग नहीं करते थे तब तक रामराज की कल्पना साकार नहीं हो सकती।
तीज के पावन कार्यक्रमों में राधा माधव संकीर्तन मंडल द्वारा राधा कृष्ण व भगवान राम के भजनों का गुणगान किया जाएगा।
इस अवसर पर आचार्य पंडित वेद प्रकाश मिश्रा आचार्य सतीश घड़ियाल कार्यक्रम के संयोजक महंत रवि प्रपन्नाचार्य महाराज चंद्र प्रकाश इच्छु पुनियानी अशोक कुमार अरोड़ा श्याम अरोड़ा तनुज अरोड़ा अभिषेक शर्मा राजीव लोचन नीलकमल अरोड़ा मधुसूदन शर्मा राम अवतार रसिक अनुज उनियाल इंदु उनियाल राजीव मोहन मनमोहन शर्मा अशोक अग्रवाल इंद्रमोहन पाहवा राघवेंद्र मोहन अमिताभ थपलियाल पवन शर्मा पंकज शर्मा कपिल गुप्ता आदि उपस्थित थे।