दादी के हाथ से गुलदार ने छीना 4 साल की मासूम पोती को, घर मे मचा कोहराम।
श्रीनगर गढ़वाल क्षेत्र से की एक अति दुखद घटना से सब स्तब्ध है।
बताया जा रहा है कि बाजार से लगभग 11 किलोमीटर दूर गाँव धिकलवाल में गुलदार ने एक मासूम को मौत के घाट उतार दिया।
इस घटना से पूरे गाँव मे शोक की लहर दौड़ गयी।
वही इस घटना का सबसे दुःखद पहलू यह था कि एक दादी के हाथ से उसकी लाडली 4 साल की मासूम पोती को गुलदार ने अपना निशाना बनाया था।
इस घटना के बाद से दादी का बुरा हाल है।
वही बड़ी बात जो सामने आई कि जब गुलदार ने दादी के साथ आँगन में खेल रही मासूम पर हमला करने के बाद उसे खेत मे ले जा रहा था ऐसे हालात में दादी इस दुःखद घटना में अपनी पोती का हाथ पकड़कर चिल्लाती रहे उसे बचाने जा हर प्रयास किया।
वही जब ग्रामीणों को इस घटना की भनक लगी और उन्होंने शोर मचाया तो शोरगुल सुनकर गुलदार मासूम को वहीं खेत मे छोड़कर भाग गया ।
वही बताया जा रहा है कि मासूम की मौके पर ही मौत हो गई थी जिसका मुख्य कारण मासूम के गले मे गहरे घाव होना बताया जा रहा है।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार यह अति दुःखद घटना मंगलवार सुबह करीब 11:00 की है।
मासूम बालिका का नाम आयसा है जो घर के आंगन में दादी का हाथ पकड़े खेल रही जब यह हादसा हुआ।
वही घर के पास ही मौके की तलाश में घात लगाये गुलदार ने इस घटना को अंजाम दिया।
वही बताया जा रहा कि जब यह घटना घटी उस वक्त मासूम आयसा के दादा और पिता बाजार गए थे जबकि मा घर पर ही थी।
दादा और पिता को जैसे ही इस घटना की जानकरी मिली वह तुरंत घर पहुँचे।
वही इस घटना के बाद
देर शाम तक गाँववालो द्वारा मृतक के परिजनों के साथ आयशा के शव को लेकर सड़क पर बैठ गए ।
वही ग्रामीणों ने गुलदार को सूट कराने के आदेश और क्षेत्र में शूटर तैनात की जाने की मांग की।
वही घटना के बाद उप प्रभागीय वन अधिकारी लक्की शाह ने बताया कि मामले में ग्रामीणों का मांग पत्र मुख्य वन जीव प्रतिपालक को भेजा गया है ।
वहीं सुरक्षा की दृष्टि से ड्रोन व ट्रैप कैमरे तथा पिंजरे लगाने के निर्देश भी जारी कर दिए गए थे ।
यह एक दुखद हादसा था जहां एक हंसती खेलती मासूम अपनी दादी के हाथ से निकलकर गुलदार के मुंह में चली गयी।
चीखती चिल्लाती दादी द्वारा अपनी पोती को बचाने का हर प्रयास किया गया लेकिन वह सफल नहीं हो पाई ।
इस दुखद घटना से सबको झकझोर दिया।
वही इस मामले में बताया जा रहा है कि गांव में गुलदार जब 4 साल की बच्ची को अपने जबड़े में पकड़ कर खेत में नीचे की ओर ले जा रहा था।
तब दादी कमला देवी ने भी बच्ची का हाथ नहीं छोड़ा और गुलदार से उसे छुड़ाने की हर कोशिश करती रही ।
इस दौरान ग्रामीणों का शोर सुनकर गुलदार आयशा को छोड़कर खेतों की ओर भाग खड़ा हुआ था।
वहीं मासूम के गले में गहरे जख्म के कारण उसकी मौके पर ही मौत हो गयी थी।
वही इस घटना के बाद अब घर में कोहरण मचा हुआ है ।
आयसा की मां और दादी का रो-रो कर बुरा हाल है ।
आयसा को गुलजार द्वारा मारे जाने के बाद उसकी दादी कमला देवी में और उसकी माँ विजय लक्ष्मी का रो-रो कर बुरा हाल है ।
वही दादी पूरे दिन आयशा के साथ बिताए पलों को याद कर बिलखती रही ।
मां अपने सीने से आयसा के शव को लगाये हुए थी वह उसे छोड़ने को तैयार नहीं थी ।
पिता गणेश सिंह नेगी और दादा मनवर सिंह नेगी अपनी जान से प्यारी मासूम को खोने के कारण सारे दिन भर तपती धूप में बैठकर सिसकते रहे।
वही बताया जा रहा है कि इस मासूम सी बच्ची का 5 दिन पहले ही धूमधाम से जन्मदिन भी मनाया गया था।