शनिवार को जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने तहसील प्रतापनगर एवं खंड विकास कार्यालय प्रतापनगर का स्थलीय निरीक्षण किया।
तहसील कार्यालय में जिलाधिकारी ने उपस्थिति पंजिका का निरीक्षण करते हुए पटल सहायकों के कार्यों, तहसील क्षेत्रांतर्गत स्टाफ, वाहन, पटवारी चौकी, पटवारी क्षेत्र, तहसील कोर्ट में लंबित वाद, आपदा क्षति के तहत वितरित धनराशि, ऑनलाइन आरसी, लंबित मजिस्ट्रियल जांच आदि की जानकारी ली। तहसीलदार को नियमित कोर्ट लगाते हुए लंबित वादों को निस्तारित करने के निर्देश दिए गए।
इसके साथ ही आपदा के मद्देनजर तहसील में रखी सामग्री को पटवारियों को उपलब्ध कराने तथा टैंट जैसे अन्य आपदा राहत सामग्री को जहां जरूरत पड़े उपयोग में लाने हेतु कहा गया।
इस दौरान जिलाधिकारी ने संग्रह अभिलेखागार, भूलेख कंप्यूटर कक्ष, मॉडर्न रिकॉर्ड रूम, नजारत कक्ष, तहसीलदार आदि कक्षों का निरीक्षण कर समस्त व्यवस्थाओं का जायजा लिया।
नायब तहसीलदार ने बताया कि आपदा क्षति में लगभग साढ़े आठ लाख की धनराशि दी गई है।
वहीं उन्होंने कहा कि कार्यालय में छत मरम्मत का कार्य किया जाना है, जिस पर जिलाधिकारी ने इस्टीमेट उपलब्ध कराने को कहा।
खंड विकास कार्यालय के निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी ने सामान्य प्रशासन अनुभाग, एनआरएलएम कार्यालय, वीडियो कार्यालय का निरीक्षण कर उपस्थिति पंजिका, इंटरनेट, कूड़ा वाहन रूट चार्ट शेड्यूल आदि व्यवस्थाएं चेक की।
ईंधन न होने के कारण तीन दिन से कूड़ा वाहन के न चलने पर जिलाधिकारी ने खंड विकास अधिकारी को तत्काल ईंधन की व्यवस्था कर गाड़ी को चालू करने के निर्देश दिए।
जिलाधिकारी द्वारा पटल सहायकों से कार्यों की जानकारी लेते हुए फील्ड कर्मचारियों को अधिक से अधिक फील्ड में जाकर कार्य करने को कहा गया। उन क्षेत्रों को चिन्हित करने को कहा गया जहां पर आजीविका के साधन बढ़ाए जा सकते हैं।
जल संरक्षण एवं संवर्धन के कार्य करने तथा अच्छे प्रोजेक्ट उपलब्ध कराने के निर्देश दिए गए।
इस मौके पर एसडीएम संदीप कुमार, खंड विकास अधिकारी नंदकिशोर नौटियाल, नायब तहसीलदार राजकुमार सहित तहसील और ब्लॉक कार्यालय के अधिकारी कर्मचारी मौजूद रहे।