जिलाधिकारी के मार्गदर्शन में जनपद टिहरी ग़ढवाल में लगे एसटीपी में ऑनलाईन मॉनिटरिंग सिस्टम की प्रगति एवं निरीक्षण”
राष्ट्रीय स्वच्छ गंगा मिशन, जल शक्ति मंत्रालय, भारत सरकार के तत्वावधान में नमामि गंगे कार्यक्रम के अंतर्गत उत्तराखण्ड राज्य के सभी 1 एमएलडी से अधिक क्षमता वाले 18 एसटीपी (सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट) पर रियल टाइम ऑनलाइन मॉनिटरिंग सिस्टम (OCEMS) की स्थापना की जा रही है।
इस दौरान ‘नमामि गंगे’ कार्यक्रम की प्रगति, स्थानीय स्तर पर इसके प्रभाव तथा जिला गंगा समिति की भूमिका पर विस्तृत चर्चा की गई।
इसका उद्देश्य एसटीपी के कार्य निष्पादन की नियमित निगरानी एवं जल की गुणवत्ता को बनाए रखना है, जैसा कि माननीय राष्ट्रीय हरित प्राधिकरण (NGT) एवं केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) द्वारा अनिवार्य किया गया है।
जिलाधिकारी मयूर दीक्षित के मार्ग दर्शन में राज्य स्वच्छ गंगा मिशन तथा उत्तराखण्ड जल संस्थान के अधिकारियों द्वारा कार्यदायी संस्था के प्रतिनिधियों के साथ उपरोक्त दोनों एसटीपी पर पूर्व में संयुक्त स्थलीय निरीक्षण किया गया।
निरीक्षण के दौरान ऑनलाईन मॉनिटरिंग प्रणाली की कार्यप्रणाली, तकनीकी विशिष्टताएँ तथा केंद्र व राज्य स्तर पर इसके माध्यम से होने वाली निगरानी प्रक्रिया की जानकारी दी गई। यह प्रणाली एसटीपी के वास्तविक समय पर प्रदर्शन की निगरानी एवं मूल्यांकन को सुनिश्चित करती है, जिससे जल की गुणवत्ता सुनिश्चित करने में सहायता मिलेगी।
वर्तमान में ऑनलाईन मॉनिटरिंग सिस्टम का कार्य पूर्ण कर लिया गया है एवं इसे एक माह की ट्रायल रन अवधि हेतु क्रियान्वित किया गया है।
इस अवधि में प्राप्त डेटा के आधार पर एसटीपी की कार्यक्षमता एवं गुणवत्ता का मूल्यांकन किया जाएगा I इस सम्बन्ध में राज्य स्वच्छ गंगा मिशन के नोडल अधिकारी द्वारा स्थलीय निरिक्षण किया गया I
निरीक्षण के दौरान अपर जिलाधिकारी अवधेश कुमार, डीएफओ पुनीत तोमर, राज्य स्वच्छ गंगा मिशन से रोहित जयाड़ा, जल संस्थान से प्रशान्त भरद्वाज, महावीर सिंह राणा, नरेश पल, एवं अमित रतूड़ी आदि उपस्थित रहे।