National Girl Child Day 2024: Uttarakhand की साहसी बेटियों को सम्मानित करने के लिए राष्ट्रीय बालिका दिवस पर, बुधवार को राज भवन में राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह द्वारा समारोह आयोजित किया जाएगा। इन बहादुर बेटियों ने अपने जीवन को खतरे में डालते हुए अपने प्रियजनों की जानें बचाई हैं। इन साहसी बेटियों ने 4 जनवरी 2024 को प्रकाशित की थीं।
इसके बाद, Uttarakhand बाल कल्याण परिषद ने इन बेटियों को सम्मानित करने का निर्णय लिया है। Uttarakhand में कई ऐसे साहसी बच्चे हैं, जिन्होंने अपने जीवन को खतरे में डालकर दूसरों की जानें बचाई हैं, लेकिन इन बच्चों ने जिलों से आवेदन नहीं भेजे थे, जिसके कारण इस बार उन्हें राष्ट्रीय वीरता पुरस्कार नहीं मिल सका।
साहसी बेटियों की खबरों के प्रकाशन के बाद, राज्य सरकार ने इन्हें सम्मानित करने का निर्णय लिया है। Dehradun ज़िले के DM Sonika ने बाल हक्क संरक्षण आयोग को पत्र लिखा है। DM ने पत्र में कहा है कि जागरूकता करते हुए, इस प्रकार के सम्मान करने का निर्णय लिया गया है कि राज्य की साहसी बेटियों को सम्मानित किया जाएगा।
नाज़िया ने गुलदार से तीन भाइयों की जानें बचाईं
2023 के 6 मई को सहासपुर शंकरपुर के महमूदपुर कॉलनी में 8 वर्षीय नाज़िया ने गुलदार से तीन भाइयों की जानें बचाईं। उस दिन परिवार खेतों में काम करने गया हुआ था। चचेरे भाई आहसान, नसीम, नदीम और वसीम कॉलनी में खेल रहे थे। सभी चार से आठ वर्ष के बीच थे। इस दौरान गुलदार पहुंचा। इस पर नाज़िया ने वसीम, नदीम और नसीम को एक-एक करके अंदर खींच लिया, जबकि गुलदार ने आहसान को ले जाया।
आराधना ने छोटे भाई प्रिंस की जान बचाई
2023 के 25 सितम्बर को पौड़ी गढ़वाल की 10 वर्षीय आराधना ने अपने 7 वर्षीय छोटे भाई प्रिंस के साथ आंगन में पढ़ाई कर रही थी। तभी गुलदार ने प्रिंस पर हमला किया, लेकिन इस पर आराधना को इससे डर नहीं लगा, बल्कि उन्होंने अपने भाई को बचाने के लिए गुलदार से लड़ा। उन्होंने टेबल को गुलदार की ओर फेंका और अपने भाई को अंदर धकेलकर ऊंची आवाज में चिल्लाना शुरू किया, जिसके कारण गुलदार भाग गया।