यहाँ रोप-वे हादसा, तीन दर्जन लोग 48 घण्टे से ज्यादा समय से फसे। सेना के हेलीकाप्टर मदद में जुटे।
झारखंड में रोपवे हादसा।
त्रिकूट रोपवे हादसे के बाद अब सेना ने कमान संभाल ली है।
मीडिया सूत्रों के अनुसार
48 लोग अभी भी अलग-अलग ट्रॉलियों में 2000 फीट की ऊंचाई पर फंसे।
इस घटना में ऊंचाई और अंधेरे की वजह से रेस्क्यू ऑपरेशन में बाधा पहुंची।
वही अभी तक मिल रही जानकारी के अनुसार यह घटना
रविवार शाम को हुयी।
अभी तक् इस हादसे में इस हादसे में 3 लोगो की मौत की खबर है तथा 10 अन्य घायल बताये जा रहे है।
झारखंड के देवघर रोप-वे हादसे पर मिल रही जानकारी के अनुसार अब NDRF के साथ सेना (Army) की भी मदद ली जा रही है।
इस हादसे में मदद के लिए सेना के हेलीकॉप्टर (Helicopter) फंसे हुए लोगों को निकालने की कवायद में लगे हैं।
सूचना है कि अभी भी 48 लोग फंसे हुए हैं।
वही बड़ी बात यह सामने आ रही है कि इस हादसे में लोग रात भर ट्रॉली की केबिन और पहाड़ पर अंधेरों में फंसे रहे, यह रात उन पर बहुत भारी गुजरी।
वही रात मे ऊंचाई और अंधेरा रेस्क्यू ऑपरेशन में बाधा बना।
जिसपर सोमवार की सुबह फिर से राहत बचाव कार्य शुरू किया गया।
मिल रही जानकारी के अनुसार वास्तव में घटना रविवार को देवघर के त्रिकुट पहाड़ पर रोप-वे की ट्रॉलियां के आपस में टकराने की वजह से हुयी।
बताया जा रहा है कि रविवार को राम नवमी के मौके पर झारखंड के देवघर स्थित त्रिकूट पर्वत पर बड़ी संख्या में सैलानी जुटे थे और रोप-वे का आनंद ले रहे थे।
बताया जा रहा है कि इसी दौरान रोप-वे के यूटीपी स्टेशन का रोलर अचानक टूट गया जिसकी वजह से एक ट्रॉली नीचे गिर गई।
वही यह भी खबर निकलकर सामने आ रही है कि चार-पांच ट्रॉली आपस में टकरा गई थी।
फिलहाल सेना द्वारा राहत एवं बचाव कार्य जारी है।