अंकिता भंडारी हत्याकांड मामले में देहरादून के पत्रकारों को मिल रही घमकी पर सल्ट के पत्रकारों ने एसडीएम सल्ट को सौंपा ज्ञापन।
सल्ट के पत्रकारों में भारी आक्रोश।
रिपोर्ट:- गोविन्द रावत।
28 सितम्बर को सल्ट तहसील मुख्यालय में विजिलेंस टीम की छापामारी के दौरान मीडिया को कवरेज रोका गया ।
पत्रकारों के अधिकारों का हनन
सल्ट – अल्मोड़ा जिले के विकास खंड सल्ट में अंकिता हत्याकांड के मामले में देहरादून के पहाड़ टीवी ब्यूरो चीफ उत्तराखंड, पत्रकार आशुतोष नेगी को बीते 26 सितम्बर को 2022को घमकी दी गई। वहीं सल्ट के पत्रकारों ने एसडीएम सल्ट के माध्यम से महामहिम राज्यपाल उत्तराखंड शासन को ज्ञापन भेजा।
पत्रकारों का कहना है कि अंकिता हत्याकांड में देहरादून के पत्रकार पहाड़ टीवी ब्यूरो चीफ नवल खाली, पत्रकार आशुतोष नेगी को घमकाया जा रहा है जो बहुत है निंदनीय है।
उन्होंने कहा इस तरह से पत्रकारों पर दबाव बनाकर पत्रकारों के अधिकारों का हनन किया जा रहा है।
पत्रकार को लोकतंत्र का चौथा स्तम्भ माना जाता है।
उन्होंने कहा कि सरकार इस तरह आरोपियों के खिलाफ सरकार सख्त कार्रवाई करें।
साथ बीते 28 सितम्बर को सल्ट तहसील मुख्यालय में विजिलेंस टीम की छापामारी के दौरान मीडिया को कवरेज करने से रोकने पर रोक लगायी गई जिस पर पत्रकारों ने नाराजगी व्यक्त की है ।
पत्रकारों का कहना है कि विजिलेंस टीम द्वारा उन्हें रोकने पर उनके अधिकारों का हनन किया गया है।
इस तरह के प्रकरण में पारदर्शिता बहुत जरूरी है जो कि विजिलेंस टीम द्वारा नहीं होने दी गई।
इस मौके पर वरिष्ठ पत्रकार राजेश तिवारी, पकंज मेहरा, घनानंद शर्मा, संदीप कुमार, मोहित गोयल, पुष्कर सिंह बिष्ट, गोविन्द रावत सामाजिक कार्यकर्ता नारायण सिंह रावत, घनानंद शर्मा, अमित आदि पत्रकार मौजूद थे।