ऋषिकेष:- मरीज के तीमारदार ने सेवावीर विंग का जताया आभार।
अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान एम्स ऋषिकेश में गठित सेवावीर विंग अस्पताल में उपचार कराने वाले मरीजों की हरसंभव सहायता में जुटी है।
टीम के सदस्य मरीजों व उनके तीमारदारोंको अस्पताल से संबंधित आवश्यक जानकारियां, बुजुर्ग व दिव्यांगजनों को पंजीकरण से लेकर ओपीडी परीक्षण व डाइग्नोस आदि के लिए तो मदद करते ही हैं, अब सेवावीर विंग में शामिल सदस्य जरुरतमंद मरीजों को अपना रक्त दान कर उनके जीवन के संरक्षण में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं।
ग्राम पिलग, चमोली गढ़वाल निवासी नरेंद्र सिंह ने बताया कि वह अपने पेशेंट के उपचार के लिए एम्स ऋषिकेश आए हैं, जहां उनका मरीज मेडिसिन आईसीयू में भर्ती है।
उन्होंने बताया कि मरीज का इलाज कर रहे चिकित्सक ने मेरे मरीज में रक्त की कमी बताई और एक यूनिट ब्लड अरेंज करने को कहा।
मगर ऋषिकेश और आसपास मेराकोई परिचित नहीं होने के कारण मैं डोनर की व्यवस्था नहीं कर पाया।
ऐसी स्थिति में नरेंद्र सिंह ने अपने पेशेंट के बेहतर उपचार व ब्लड अरेंज करने के लिए एम्स की सेवावीर विंग से संपर्क किया। बकौल नरेंद्र सिंह एम्स ऋषिकेश द्वारा बनाई गई सेवावीर टीम ने मेरी हरसंभव मदद की, टीम के सदस्य सेवावीर विनय पाल ने मेरे मरीज के लिए एक यूनिट ब्लड दिया है।
नरेंद्र ने इसके लिए रक्तदाता विनय पाल का दिल से आभार व्यक्त किया है।
नरेंद्र सिंह ने एम्स की कार्यकारी निदेशक प्रोफेसर डॉ. मीनू सिंह को लिखे आभार पत्र में संस्थान की ओर से मरीजों व तीमारदारों की सेवा व सहायता के लिए गठित सेवावीर विंग की प्रशंसा की है और टीम के बेहतर कार्य, जरुरतमंदों के लिए मददगार साबित होने पर एम्स प्रबंधन को धन्यवाद ज्ञापित किया है।
गौरतलब है कि एम्स संस्थान की कार्यकारी निदेशक प्रोफेसर डॉ. मीनू सिंह की पहल पर अस्पताल में आने वाले मरीजों व उनके तीमारदारों की सहायता के लिए सेवावीर विंग का गठन किया गया है।
टीम के सदस्यों को अस्पताल में मरीजों के प्रवेश करने पर ट्रॉमा इमरजेंसी के बाहर से ही मरीजों की मदद मिलती है। इसके अलावा सेवावीरों की तैनाती अस्पताल बिल्डिंग में एम्स कैंटीन के समीप व बिल्डिंग के विभिन्न फ्लोर पर ओपीडी व आईपीडी एरिया में भी की गई है।
जिससे मरीज व उनके तीमारदारों को किसी तरह की दिक्कतों का सामना नहीं करना पड़े।
एम्स में आने वाले मरीज सेवावीरों से जरूरी सहायता ले सकते हैं।