भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने 2024 में होने वाले लोकसभा चुनावों के लिए अपने कई राज्यसभा सदस्यों को पुनर्निर्वाचन करने का प्लान बनाया है। पार्टी ने इस दिशा में कई वरिष्ठ नेताओं पर सहमति प्राप्त की है जिनकी राज्यसभा की क़ायदा अप्रैल 2024 से लेकर दिसंबर 2026 के बीच समाप्त हो रही है। इसमें संघीय मंत्री भूपेंद्र यादव, राजीव चंद्रशेखर, मनसुख मंदाविया, वी. मुरलीधरन, नारायण राणे, पुरुषोत्तम रूपाला, धर्मेंद्र प्रधान, हरदीप पुरी, सरबानंद सोनोवाल, ज्योतिरादित्य सिंधिया, पीयूष गोयल और निर्मला सीतारमण जैसे प्रमुख नेता शामिल हैं।
पार्टी का उद्देश्य देश के विभिन्न क्षेत्रों से नेतृत्व का प्रतिष्ठान बनाए रखना है, जिसमें प्रधानमंत्री Narendra Modi उत्तर भारत, गृहमंत्री Amit Shah पश्चिम, और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह उत्तर क्षेत्र का प्रतिष्ठान करते हैं। पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा के गुजरात से राज्यसभा में जाने के बाद, अब गृहमंत्री Shah किसी भी सीट से पूर्व या दक्षिण भारत से चुनाव लड़ सकते हैं।
पार्टी स्रोतों के अनुसार, भूपेंद्र यादव, राजीव चंद्रशेखर, मनसुख मंदाविया, धर्मेंद्र प्रधान, नारायण राणे और रूपाला का राज्यसभा का कार्यकाल अप्रैल से मई तक समाप्त हो रहा है। इसके पहले ही, इन सभी नेताओं ने अपने लोकसभा चुनाव के लिए तैयारियों की शुरुआत कर ली है। पार्टी यह भी विचार कर रही है कि कुछ मंत्रियों को उनके घरेलू राज्यों के बाहर के क्षेत्रों से प्रत्याशियों को उम्मीदवार बनाया जाए।
इसमें हरदीप पुरी, सरबानंद सोनोवाल और ज्योतिरादित्य सिंधिया की अवधि 2026 तक है और पीयुष गोयल, निर्मला सीतारमण और एस जयशंकर की अवधि 28-29 तक है। स जयशंकर के नाम पर अभी कोई निर्णय नहीं हुआ है। बाकी तीन नेताओं के नाम पर समझौता हो गया है कि वे चुनावों में उम्मीदवार बनेंगे।
BJP ने नए चेहरों में अधिक विश्वास दिखाया है, जिसमें कुल 28 उम्मीदवारों में से केवल चार पहले से ही राज्यसभा सदस्य हैं। नड्डा, आश्विनी वैष्णव, एल मुरुगन और सुधांशु त्रिवेदी जैसे चारों ही उम्मीदवार राज्यसभा सदस्य हैं।