सोमवार को जिलाधिकारी मयूर दीक्षित की अध्यक्षता में जनपद स्तरीय गौ संरक्षण अनुश्रवण समिति की बैठक आहूत की गई।
जिलाधिकारी ने मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी को निर्देश दिये कि
जिन गोसदन/गौशालाओं हेतु बजट आंवटित हो चुका है, उनके संबंध में संबंधित एसडीएम से रिपोर्ट प्राप्त कर लें। सभी संबंधित एसडीएम को गौशालाओं का निरीक्षण कर निर्माण कार्यो की गुणवत्ता चैक करने को कहा गया।
मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी आशुतोष जोशी ने बताया कि उत्तराखण्ड पशु कल्याण बोर्ड से सात गोसदन/गौशालाओं यथा अरण्यक जनसेवा संस्था देवप्रयाग, यूकेडी गौसम समिति कोटेश्वर, स्वधर्म गो गोपाल सेवा, श्री सेम नागराजा सेवा आश्रम, नगरपालिका परिषद् नई टिहरी द्वारा एनजीओ, हरी कृष्ण गोधाम आश्रम तथा जीव सेवा समिति पसर हेतु 55 लाख 92 हजार 480 बजट आंवटित हुआ है।
उन्होंने एनजीओ द्वारा संचालित नवीन गोसदन श्रीराम गोसदन ट्रस्ट ग्राम कोटी महरूकी विकासखण्ड थौलदार को राजकीय मान्यता हेतु अनुमोदन तथा मान्यता प्राप्त एनजीओ द्वारा संचालित गोसदन की क्षमता विस्तार हेतु जिला पंचाायत द्वारा प्रस्तुत रू. 26.45 लाख का आंगणन अनुमोदन हेतु समिति के सम्मुख रखा गया है।
इसके मौके पर जिलाधिकारी ने हरेला पर्व को लेकर चर्चा करते हुए कहा कि जनपद में जन सहभागिता से हरेला उत्सव मनाया जायेगा। इस संबंध में उन्होंने अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिये।
इससे पूर्व मुख्य विकास अधिकारी डॉ. अभिषेक त्रिपाठी ने बताया कि जनपद स्तरीय हरेला उत्सव का आयोजन 16 जुलाई को वन विभाग द्वारा टी.सी.आर. के समीप चम्बा नई टिहरी रोड़ पर किया जायेगा।
वहीं विकासखण्ड स्तर पर हरेला उत्सव विकास खंड भिलंगना के ग्राम पंचायत मयकोट, चमोलगांव, विकास खंड चंबा के ग्राम पंचायत चपडियाली डोलनामेतोक, विकास खंड जाखणीधार के खाण्ड, विकास खंड जौनपुर के पापरा, विकास खंड कीर्तिनगर के पावअकरी पल्लीगाड, विकास खंड नरेन्द्रनगर के कफोलगांव, विकास खंड प्रतापनगर के रौलाकोट, विकास खण्ड देवप्रयाग के ग्राम पंचायत डांडा मयाली तथा विकास खंड थौलधार के ग्राम पंचायत मजखेत में आयोजित किया जायेगा।
चयनित ग्राम पंचायतों में फलदार पौधों के रोपण हेतु गांव को किसी एक या दो विशेष प्रजाति के पौधों से आच्छादित किये जाने का प्रयास किया जायेगा। जिससे भविष्य में इन वृक्षों के उत्पादन से गांववालों को आर्थिक लाभ हो सके।
हरेला पर्व के अवसर पर जनपद में 50 प्रतिशत पौधे फलदार तथा चारा प्रजाति के रोपे जाने है।
वृक्षारोपण हेतु वन विभाग को 01 लाख 30 हजार, उद्यान एवं कृषि विभाग 01 लाख 23 हजार, शहरी विकास 30 हजार, जलागम विभाग 15 हजार, आवास विभाग 38 हजार, पंचायती राज 15 हजार, शिक्षा विभाग 10 हजार तथा ग्राम्य विकास, सिंचाई, लघु सिंचाई, लोक निर्माण विभाग, उद्योग, पीएमजीएसवाई एवं बाल विकास विभाग को 07-07 हजार पौधारोपण का लक्ष्य दिया गया है।
मोटर मार्गों के किनारे प्राकृतिक क्रैश बैरियर के रूप में पौधारोपण लोक निर्माण विभाग एवं पी.एम.जी.एस.वाई. के समस्त प्रखंड अपने क्षेत्रांतर्गत ऐसे सड़क मार्ग जिसमें क्रैश बैरियर नहीं है उन स्थानों पर बायो क्रैश बैरियर के रूप में बांस के पौधों का रोपण करना एवं उनका दो वर्षों तक संरक्षण करना सुनिश्चित करेंगे।
जिलाधिकारी ने सीएम हेल्पलाइन पर दर्ज लम्बित शिकायतों पर चर्चा करते हुए संबंधित अधिकारियों को शिकायतकर्ता से पोर्टल के माध्यम से वार्ता कर समयान्तर्गत निस्तारण करने के निर्देश दिये।
इस मौके पर जिलाधिकारी ने सभी अधिकारियों को कार्यालय में आगुन्तक रजिस्टर मेंटेन करने तथा शिकायतों को सीएम हेल्पलाइन पर ऑनलाइन पंजीकृत करने को कहा।
इस मौके पर डीएफओ टिहरी पुनीत तोमर, सीडीओ डॉ. अभिषेक त्रिपाठी, एडीएम के.के. मिश्रा, पीडी डीआरडीए विवेक उपाध्याय, डीडीओ मो. असलम सहित जिला स्तरीय अधिकारी भौतिक एवं वर्चुअल माध्यम से उपस्थित रहे।