Ayodhya: Ram Navmi मेला में सफाई व्यवस्था और भीड़ प्रबंधन को बेहतर करने में ड्रोन की मदद ली जाएगी। इसके माध्यम से इंतजामों को सुव्यवस्थित करने के साथ निगरानी भी की जाएगी। यह निर्णय प्रमुख सचिव नगर विकास अमृत अभिजात की ओर से वीडियो कांफ्रेसिंग के माध्यम से हुई समीक्षा बैठक में किया गया।
बैठक में प्रमुख सचिव ने कहा कि रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के बाद पहली बार Ram Navmi मेला होने जा रहा है। ऐसे में इसमें देश-विदेश से लाखों श्रद्धालुओं के शामिल होने की संभावना है। इसलिए सभी इंतजामों को बेहतर बनाना पहली प्राथमिकता होनी चाहिए। इसमें किसी भी स्तर पर लापरवाही नहीं बरती जानी है। खुद कमिश्नर, DM और नगर आयुक्त निरंतर मॉनीटरिंग करेंगे। सफाई, पेयजल, प्रकाश और भीड़ प्रबंधन पर विशेष फोकस करना है।
बैठक में नगर आयुक्त संतोष शर्मा ने बताया कि नगर विकास विभाग की ओर से मेला क्षेत्र के मार्गों की पटाई और मरम्मत के साथ प्रकाश व्यवस्था सुनिश्चित कराई जा रही है। कई स्थानों पर रामभक्तों के लिए पेयजल के इंतजाम किए जाएंगे। इसके लिए वाटर टैंकर भी मौजूद रहेंगे। वाटर क्लोरीनाइजेशन कराया जा रहा है। खराब हैंडपंप व नलकूपों की प्राथमिकता के आधार पर मरम्मत करवाई जा रही है। मेला क्षेत्र के सभी सुलभ शौचालयों की निरंतर सफाई के प्रबंध किए गए हैं। इसके लिए 24 घंटे शिफ्टों में कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई गई है। बैठक में डीएम नितीश कुमार भी मौजूद रहे।
राम मंदिर कॉरिडोर के तीन पथों पर नहीं लगा सकेंगे ठेले-खोमचे
Ram Navmi मेला के दौरान राम मंदिर कॉरिडोर के रामपथ, भक्तिपथ और धर्मपथ पर ठेले, खोमचे या अस्थायी दुकानें नहीं लगाई जा सकेंगी। जन्मभूमि पथ पर वैसे भी पटरी कारोबार करने की गुंजाइश नहीं है। इस तरह कॉरिडोर के चारों पथ किसी भी तरह के अतिक्रमण से पूरी तरह मुक्त रखे जाएंगे।
नगर निगम के प्रवर्तन दल ने मेला शुरू होने से पहले ही अस्थायी अतिक्रमण के खिलाफ अभियान शुरू कर दिया है। इस बार अतिक्रमण हटाने के लिए अभियान चलाने के साथ फिर से ऐसा न होने पाए, इसके भी इंतजाम किए गए हैं। इसलिए 24 घंटे निगरानी की व्यवस्था प्रभावी की गई है। प्रवर्तन दल की एक टीम को यह जिम्मेदारी दी गई है। यह टीम निरंतर भ्रमणशील रहेगी।
अपर नगर आयुक्त सुमीत कुमार ने बताया कि Ram Navmi मेला के दौरान देश-विदेश से बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं का आगमन होगा। ऐसे में सुचारु आवागमन उपलब्ध कराना प्राथमिकता है। खासतौर पर पैदल चलने वालों के लिए फुटपाथ और पटरियों को खाली रखना है। इसीलिए अस्थायी अतिक्रमण के खिलाफ अभियान शुरू किया गया है। जहां से ठेल, खोमचे और अस्थायी दुकानें हटवाई जा रही हैं, वहां दोबारा नहीं लगने दी जाएंगी। इसके लिए पुलिस की भी मदद ली जा रही है।