सोमवार को जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने भिलंगना ब्लॉक के सुनारगांव तथा कैमरिया सौंण गांव को मॉडल गांव के रूप में विकसित करने हेतु बनायी गई कार्ययोजना पर संबंधित अधिकारियों के साथ चर्चा की।
जिलाधिकारी ने कहा कि सुनारगांव तथा कैमरिया सौंण गांव को पूरी तरह से आत्म निर्भर बनाने हेतु निर्माण कार्यो की अपेक्षा आर्थिक विकास, प्रशिक्षण, होमस्टे, ऑगेनिक फार्मिंग, स्थानीय उत्पादों एवं मिलेट्स की खेती पर विशेष ध्यान दिया जाय।
जिलाधिकारी ने सामुदायिक भवन, आंगनवाड़ी केन्द्र, सिंचाई गूल, ओपन जिम आदि को लेकर संबंधित अधिकारियों को इस्टीमेट उपलब्ध कराने के निर्देश दिये।
वहीं उन्होंने कहा कि इन गांवांे में पौधारोपण और पेयजल टेस्टिंग का कार्य, वेस्ट मैनेजमेंट, मनरेगा जॉब कार्ड, सोलर पैनल आदि मूलभूत कार्यों को प्राथमिकता पर किया जाय।
इसके साथ ही साक्षरता, स्वास्थ्य, कुपोषण को लेकर चेकिंग अभियान चलाकर शतप्रतिशत सुनिश्चित किया जाय।
बैठक में डीडीओ मो. असलम ने कार्ययोजना की जानकारी देते हुए बताया कि सामुदायिक भवन, होमस्टे, मशीनरी फार्म, पॉवर वीडर, सुरक्षा दीवार/फेंसिंग, ओपन जिम, आजीविका, घरों का रंग-रोगन, सोलर लाइट, होटल मैनेजमेंट एवं हाउस किपिंग हेतु प्रशिक्षण हेतु प्रस्ताव प्राप्त हुए हैं।
जनपद टिहरी गढ़वाल क्षेत्रान्तर्गत भिलंगना ब्लॉक के सुनारगांव तथा कैमरिया सौंण गांव को प्रवासी उत्तराखण्डी देव रतूड़ी (चीन में अभिनेता एवं होटल व्यवसायी) द्वारा गोद लिया गया है।
शासन द्वारा उक्त गांवों को मॉडल गांव बनाने हेतु जल्द से जल्द कार्ययोजना का क्रियान्वयन करने के निर्देश दिये गये हैं, ताकि सभी प्रवासी उत्तराखण्डवासियों को अपने गांवों को गोद लेकर उनके विकास में योगदान करने की प्रेरणा मिल सके।
बैठक में सीडीओ डॉ. अभिषेक त्रिपाठी, एडीएम के.के. मिश्रा, डीडीओ मो. असलम सहित अन्य संबंधित अधिकारी उपस्थित रहे।