जिलाधिकारी मयूर दीक्षित द्वारा आज सखी-वन स्टॉप सेंटर, जिला बाल संरक्षण इकाई, किशोर न्याय बोर्ड एवं बाल कल्याण समिति का औचक स्थलीय निरीक्षण किया गया।
जिलाधिकारी द्वारा सखी-वन स्टॉप सेंटर के निरीक्षण के दौरान पंजीकृत केस पंजिका, आगन्तुक रजिस्टर, स्टॉक रजिस्टर, सीसी टीवी कैमरे चेक किये गये तथा कक्षों का निरीक्षण किया गया। इस दौरान उन्होंने सभी रजिस्टरों में प्रविष्टियां दर्ज कर व्यवस्थित रखने, सीसी टीवी रिकॉर्डिंग चेक करने के निर्देश दिये गये।
इसके साथ ही महिलाओं पर किसी भी प्रकार की हिंसा होने पर सखी-वन स्टॉप सेंटर में उपलब्ध कराई जा रही सहायता का अधिकाधिक प्रचार-प्रसार करने हेतु बोर्ड बनाकर आंगनवाड़ी केन्द्रों में लगाने हेतु निर्देश दिये गये।
जिला बाल संरक्षण इकाई, किशोर न्याय बोर्ड एवं बाल कल्याण समिति के निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी द्वारा चाइल्ड हेल्पलाइन-1098 के संचालन की जानकारी लेते हुए कॉल रजिस्टर चैक किया गया।
समन्वयक चाइल्ड हेल्पलाइन जे.पी. बडोनी ने बताया कि महिला हेल्पलाइन 181 एवं चाइल्ड हेल्पलाइन 1098 को एकीकृत कर महिला एवं बाल विकास(डब्लू.सी.डी.) कन्ट्रोल रूम की अवस्थापना देहरादून में किया जा रहा है।
बाल कल्याण समिति द्वारा किये जा रहे कार्यों की जानकारी लेते हुए जिलाधिकारी द्वारा समिति के सदस्यों को निर्देश दिये कि कोई भी बच्चा सड़क पर न दिखे, समिति द्वारा चिन्ह्ति बच्चों की देख-रेख एवं संरक्षण को लेकर सजग रहे।
इस मौके पर बीडीओ नीलम रमोला, सुपरवाइजर संगीता रतूड़ी, अध्यक्ष बाल कल्याण समिति टिहरी रमेश चन्द्र रतूड़ी, सदस्य बाल कल्याण समिति लक्ष्मी प्रसाद उनियाल, रागिनी भट्ट, अमिता रावत, बाल संरक्षण इकाई से विनीता उनियाल व सुखदेव बहुगुणा सहित अन्य संबंधित उपस्थित रहे।